जब भी साथ बिताया वक़्त याद आता है,
मेरी पलकों पर बहते आँसू छोड़ जाता है,
कोई और मिल जाये तो हमें न भूल जाना,
दोस्ती का रिश्ता जिंदगी भर काम आता है।
खुशी की परछाइयों का नाम है दोस्ती,
गमों की गहराईओं का जाम है दोस्ती,
एक प्यारा सा दोस्त है हमारा यहाँ,
उसकी प्यारी सी हँसी का नाम है दोस्ती।
खुदा ने अगर ये रिश्ता बनाया ना होता,
एक प्यारे दोस्त को मुझसे मिलाया न होता,
ज़िंदगी हो जाती हमारी बिल्कुल वीरान,
अगर आप जैसे दोस्त को पाया न होता।
छोटी-छोटी शरारतों का अंजाम है दोस्ती,
कहे-अनकहे रिश्तों का पैगाम है दोस्ती,
दिन-रात की मस्ती का नाम है दोस्ती,
लेकिन आपके बिना बिल्कुल बेजान है ये दोस्ती।
वो याद नहीं करते हम भुला नहीं सकते,
वो हँसा नहीं सकते हम रुला नहीं सकते,
दोस्ती इतनी खूबसूरत है हमारी,
वो बता नहीं सकते हम जता नहीं सकते।
खुशियों का एक संसार लेकर आयेंगे,
पतझड़ में भी बहार लेकर आयेंगे,
जब भी पुकारोगे आप दिल से ऐ दोस्त,
हम खुदा से साँसे उधार लेके आयेंगे।
ऐ दोस्त जब कभी तू बहुत उदास होगा,
मेरा ख्याल तेरे दिल के आस-पास होगा,
दिल की गहराईयों से जब भी करेगा याद,
तुझे हमारे करीब होने का एहसास होगा।
अंधेरों के लिए कुछ आफताब माँगे हैं,
अपने लिए हमने दोस्त कुछ ख़ास माँगे हैं,
जब भी दुआ में कुछ माँगा है खुदा से,
तो आपके लिए खुशी के लम्हात माँगे हैं।
वो बात क्या करूँ जिसकी खबर ही न हो,
वो दुआ क्या करूँ जिसमें असर ही न हो,
कैसे कह दूँ दोस्त आपको लग जाये मेरी उम्र,
क्या पता अगले पल मेरी उम्र ही न हो।
हम वो फूल हैं जो रोज-रोज नहीं खिलते,
यह वो होंठ हैं जो कभी नहीं सिलते,
हमसे बिछड़ोगे तो एहसास होगा तुम्हें,
हम वो दोस्त हैं जो दोबारा नहीं मिलते।
हम दोस्त बनाकर किसी को रुलाते नहीं,
दिल में बसाकर किसी को भुलाते नहीं,
हम तो दोस्त के लिए जान भी दे सकते हैं,
और तुम सोचते हो हम दोस्ती निभाते नहीं।
उम्मीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे,
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे,
महक अपनी दोस्ती की कम न हो कभी,
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे।
कल न हम होंगे न कोई गिला होगा,
सिर्फ सिमटी हुयी यादों का सिलसिला होगा,
जो लम्हे हैं उन्हें हँसकर बिता ले दोस्त,
जाने कल ज़िन्दगी का क्या फैसला होगा।
हम चाह कर भी तुमसे,
ज्यादा देर तक नाराज नही रह सकते,
क्योंकि तुम्हारी प्यारी सी,
मुस्कान में मेरी जान बसती है।
रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी,
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी,
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा,
उसे ज़िन्दगी से कोई और शिकायत क्या होगी।
तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में,
एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा,
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में।
साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा,
दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा,
जी लो ये पल जब तक साथ है दोस्तों,
कल क्या पता वक़्त कहाँ ले के जायेगा।
दोस्ती किससे न थी
किससे मुझे प्यार न था,
जब बुरे वक़्त पे देखा तो
कोई यार न था।
तूफानों की दुश्मनी से
न बचते तो खैर थी,
साहिल से दोस्तों के
भरम ने डुबो दिया।
आप जिसके वास्ते
मुझसे किनारा कर गए
आपसे बच कर वही
मुझको इशारा कर गए।
दोस्त होकर भी महीनों
नहीं मिलता मुझसे,
उस से कहना कि कभी
ज़ख्म लगाने आये।
दाग दुनिया ने दिए ज़ख्म
ज़माने से मिले,
हमको तोहफे ये तुम्हें
दोस्त बनाने से मिले।
ज़िन्दगी के तूफानों का साहिल है दोस्ती,
दिल के अरमानों की मंज़िल है दोस्ती,
ज़िन्दगी भी बन जाएगी अपनी तो जन्नत,
अगर मौत आने तक साथ दे दोस्ती।
दोस्ती दर्द नहीं खुशियों की सौगात है,
किसी अपने का ज़िंदगी भर का साथ है,
ये तो दिलों का वो खूबसूरत एहसास है,
जिसके दम से रौशन ये सारी कायनात है।
इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है,
इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी सारी ज़िन्दगी,
मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है।
दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना,
हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना,
हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है,
हम खुश रहें या ना आप यूँ ही मुस्कुराते रहना।
दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं,
पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं,
हमारी सच्चाई बस इस बात पर कायम है,
कि हमारे दोस्त हमसे भी अच्छे हैं।
हर ख़ुशी से ख़ूबसूरत तेरी शाम कर दूँ,
अपना प्यार और दोस्ती तेरे नाम कर दूँ,
मिल जाये अगर दुबारा यह ज़िन्दगी दोस्त,
हर बार मैं ये ज़िन्दगी तुझ पर कुर्बान कर दूँ।
चंद लम्हों की जिंदगानी है,
नफरतों से जिया नहीं करते,
दुश्मनों से गुजारिश करनी पड़ेगी,
दोस्त तो अब याद किया नहीं करते।
एक रात रब ने मेरे दिल से पूछा,
तू दोस्ती में इतना क्यूँ खोया है?
दिल बोला दोस्तों ने ही दी हैं सारी खुशियाँ,
वरना प्यार करके तो दिल हमेशा रोया है।
गुनाह करके सजा से डरते है,
ज़हर पी के दवा से डरते है,
दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमे,
हम दोस्तों के खफा होने से डरते है।
दिए तो आँधी में भी जला करते हैं,
गुलाब तो काँटो में भी खिला करते हैं,
खुशनसीब बहुत होती है वो शाम,
दोस्त आप जैसे जब मिला करते हैं।
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों दोस्ती की राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
तुम सदा मुस्कुराते रहो ये तमन्ना है हमारी,
हर दुआ में माँगी है बस खुशी तुम्हारी,
तुम सारी दुनिया को दोस्त बना कर देख लो,
फ़िर भी महसूस करोगे कमी हमारी।
सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देखलो,
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आ के देखलो.
बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,
जितनी बार चाहे आग लगा कर देखलो।
आपकी हमारी दोस्ती सुरों का साज है,
आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है,
अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी में,
दोस्ती वैसे ही रहेगी जैसे आज है।
एहसास बहुत होगा जब छोड़ के जाएंगे,
रोयेंगे बहुत मगर आँसू नहीं आएँगे,
जब साथ कोई ना दे तो आवाज़ हमें देना,
आसमान पर होंगे तो भी लौट के आएंगे।
जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते,
यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते,
खामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी,
अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
यादों के भंवर में एक पल हमारा हो,
खिलते चमन में एक गुल हमारा हो,
जब याद करें आप अपने दोस्तों को,
उन नामों में बस एक नाम हमारा हो।
खामोशियों में धीमी सी आवाज़ है,
तन्हाईयों में भी एक गहरा राज़ है,
मिलते नही हैं सबको अच्छे दोस्त यहाँ,
आप जो मिले हो हमें खुद पर नाज़ है।
नब्ज मेरी देख कर बीमार लिख दिया,
रोग मेरा उसने दोस्तों का प्यार लिख दिया,
कर्ज़दार रहेंगे उम्र भर उस हक़ीम के,
जिसने दवा में दोस्तों का साथ लिख दिया।
ज़िन्दगी में बार-बार सहारा नहीं मिलता,
बार-बार कोई प्यार से प्यारा नहीं मिलता,
दोस्त है जो पास उसे संभाल के रख लेना,
खो जाये तो कभी दुबारा नहीं मिलता।
हम जब भी आपकी दुनिया से जायेंगे,
इतनी खुशियाँ और अपनापन दे जायेंगे,
कि जब भी याद करोगे इस पागल दोस्त को,
हँसती आँखों से आँसू निकल आयेंगे।
गुफ्तगू करते रहिये थोड़ी-थोड़ी दोस्तों से,
जाले लग जाते है अक्सर बंद मकानों में।
मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना,
मेरी दोस्ती की क़ैद में ज़मानत नहीं होती।
कमजोरियां मत ढूँढ़ मुझ में ऐ दोस्त मेरे,
एक तू भी शामिल है मेरी कमजोरियों में।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे,
अपने-अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे।
दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है,
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।
आपकी हँसी हमें बहुत प्यारी लगती है,
आपकी हर खुशी हमें हमारी लगती है,
कभी दूर ना करना खुद से हमें,
आपकी दोस्ती जान से प्यारी लगती है।
महक दोस्ती की प्यार से कम नहीं होती,
इश्क़ से ज़िन्दगी शुरू या खत्म नहीं होती,
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो यह ज़िन्दगी भी जन्नत से कम नहीं होती।
आसमान से तोड़ कर सितारा दिया है,
आलम-ए-तन्हाई में एक शरारा दिया है,
मेरी किस्मत भी नाज़ करती है मुझपे,
खुदा ने दोस्त ही इतना प्यारा दिया है।
उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी।