दिवाली की लाइट करे सबको डिलाइट,
पकड़ो मस्ती के फ्लाइट,
और धूम मचाओ ऑल नाईट।
दिये के उजाले से सब अँधेरा दूर हो जाये,
दुआ है की जो चाहो वो खुशी मंजूर हो जाये।
चलो आज फिर एक दीप जलाया जाये,
रूठे हुये को फिर मनाया जाये,
पोंछ कर आँखों में छीपी उदासी को,
जख्मों पर मलहम लगाया जाये।
अपने मन के मंदिर में उजाले भर के देखें हम,
सजा कर दीप खुशियों के रौशनी कर देखें हम,
चलो मिलजुल कर साथ सब मुस्कुराये हम,
भुला कर शिकवे इस मन के दिवाली खुशी से मनाये हम।
दिनों दिन बढ़ता जाये आपका कारोबार,
परिवार से बना रहे स्नेह और प्यार,
होती रहे सदा अपार धन की बौछार,
ऐसा हो आपका दिवाली का त्यौहार।
दीयों की रौशनी से झिलमिलाता आँगन हो,
पटाखों की गुंजों से रोशन आसमान हो,
ऐसी आये झूमती गाती यह दिवाली,
हर तरफ खुशियों ही खुशियों का मौसम हो।
आप हमारे दिल में रहते है,
इसलिए आपकी इतनी परवाह करते है,
हम से पहले कोई विश ने कर दे आपको,
इसलिए सबसे पहले दिवाली विश करते हैं।
घर-घर हो खुशहाली,
हर कोई मनाये दिवाली,
गले मिलकर सबको कहो,
हैप्पी दिवाली!
आई आई दिवाली आई,
साथ में ढ़ेरों खुशियाँ लाई,
मौज मनाओ धूम मचाओ,
आप सबको दिवाली की बधाई।
ये रोशनी का पर्व है दीप तुम जलाना,
जो हर दिल को अच्छा लगे ऐसा गीत तुम गाना,
दुःख दर्द सारे भूलकर सबको गले लगाना,
ईद हो या दिवाली बस खुशियों से मनाना।
एक दुआ मांगते है हम अपने रब से,
चाहते है आपकी खुशी पुरे ईमान से,
सब हसरतें पूरी हो आपकी,
और आप मुस्कुराये दिल-ओ-जान से।
दीप जलते और जगमगाते रहें,
हम आपको और आप हमको याद आते रहें,
जब तक जिंदगी है दुआ है हमारी,
आप ऐसे ही दीपक की तरह जगमगाते रहें।
दीप जलते रहे, मन से मन मिलते रहें,
गिले सिकबे सारे दिल से निकलते रहें,
सारे संसार में सुख शांति की प्रभात ले आये,
ये दीपों का त्यौहार खुशी की सौगात ले आये।
गुल ने गुलशन से गुलफाम भेजा है,
सितारों ने गगन से पैगाम भेजा है,
मुबारक हो आपको ये दिवाली,
हमने तह दिल से ये पैगाम भेजा है।
पटाखों की आवाज से गूँज रहा संसार,
दीपक की रौशनी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको दीपावली का त्यौहार।
डरती है उजाले से रात,
कितनी भी काली हो,
जलाकर प्रेम का दीपक,
मनाएं अपनी दिवाली।
सोने और चांदी की बरसात निराली हो,
घर का कोई कोना दौलत से खाली हो,
सेहत भी रहे अच्छी चेहरे पे लाली हो,
हँसते रहे आप ख़ुशहाली ही खुशहाली हो।
रोशन हो दीपक और सारा जग जगमगाये,
लिए साथ सीता मैय्या को राम जी हैं आये,
हर शहर यूँ लगे मानो अयोध्या सजी हो,
आओ हर द्वार हर गली हर मोड़ पे हम दीप जलाएं।
सोने और चाँदी की बरसात निराली हो,
घर का कोई कोना दौलत से न खाली हो,
हँसते रहे आप खुशहाली ही खुशहाली हो।
हैप्पी दीवाली… शुभ दीवाली ।