हसरतें मचल गई जब,
तुमको सोचा एक पल के लिए,
सोचो तब क्या होगा जब,
मिलोगे मुझे उम्र भर के लिए।
तुमसे ही रूठ कर
तुम्ही को याद करते हैं
हमे तो ठीक से
नाराज़ होना भी नहीं आता
बहुत बुरे हो तुम
फिर भी तुमसे अच्छा कोई नहीं लगता
इश्क सभी को जीना सीखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है,
इश्क नही किया तो करके देखना,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है।
हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है।
इश्क करती हूँ तुझसे अपनी जिंदगी से ज्यादा,
मैं डरतीं हूँ मौत से नही तेरी जुदाई से ज्यादा,
चाहे तो हमे आज़मा कर देख किसी और से ज्यादा,
मेरी जिंदगी में कुछ नही तेरी आवाज़ से ज्यादा
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता
आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए,
एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके,
लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।
जरा सी बदमाश जरा सी नादान है तू,
लेकिन ये भी सच है की मेरी जान है तू।
प्यार मैं तुझसे करती हूँ,
और अपनी जिंदगी से ज्यादा करती हूँ।
तन्हाई में मुश्कुराना भी इश्क है,
और इस बात को छुपाना भी इश्क है।
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा,
ख्वाबों में उसका चेहरा दिखाई देगा,
ये इश्क है ज़रा सोच समझ कर करना,
क्यूंकि यहाँ एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा।
मोहब्बत कभी किसी की
इजाज़त की मोहताज नहीं,
ये हमेशा से होती चली आई है,
और हमेशा होती रहेगी।
मेरे दिल के किसी कोने में
अब कोई जगह नहीं,
कि तस्वीर-ए-यार हमने
हर तरफ लगा रखी है।
क्या चाहूँ रब से तुम्हें पाने के बाद,
किसका करूँ इंतज़ार तेरे आने के बाद,
क्यों मोहब्बत में जान लुटा देते हैं लोग,
मैंने भी यह जाना इश्क़ करने के बाद
मेरे होंठो पर लफ्ज़ भी
अब तेरी तलब लेकर आते हैं,
तेरे जिक्र से महकते हैं
तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम,
मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
मै उसको चाँद कह दू
ये मुमकिन तो है,
मगर… लोग उसे रात भर देखें
ये मुझे गवारा नहीं
तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है,
कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद…
किस किस तरह छुपाऊं अब मैं तुम्हें,
मेरी मुस्कान में भी तुम नजर आने लगे हो।
लत तेरी ही लगी है, नशा सरेआम होगा,
हर लम्हा जिंदगी का सिर्फ तेरे नाम होगा।
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,
कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
तुम मिल गए तो मुझ से नाराज है खुदा,
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।
खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।
हजारों चेहरों में एक तुम ही पर मर मिटे हैं वरना,
ना चाहतों की कमी थी और ना चाहने वालों की।
मैं कुछ न कहूँ और ये चाहूँ कि मेरी बात,
खुशबू की तरह उड़ के तेरे दिल में उतर जाए।
यकीन नहीं तुझे अगर तो आज़मा के देख ले,
एक बार तू जरा मुस्कुरा के देख ले,
जो ना सोचा होगा तूने वो मिलेगा तुझको भी,
एक बार अपने कदम बढ़ा के देख ले।
उदास लम्हों की न कोई याद रखना,
तूफान में भी वजूद अपना संभाल रखना,
किसी की ज़िंदगी की ख़ुशी हो तुम,
बस यही सोच तुम अपना ख्याल रखना।
दिल की धड़कन और मेरी सदा है तू,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू,
चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू।
कुछ दूर हमारे साथ चलो
हम दिल की कहानी कह देंगे,
समझे ना जिसे तुम आँखों से
वो बात जुबानी कह देंगे।